क्या खोया, क्या पाया, ईसका हिसाब किसने रखा?
क्या कमाया, क्या गँवाया, इसका कारवाँ किसने देखा?
क्या जिताया, क्या ठुकराया, इसकी ईमारत किसने देखी?
क्या अपनाया, क्या छोड़ा, इसके दीदार किसने देखे?
क्या किया, क्या फरमाया, इसका कर्म किसने बाँधा?
क्या दिया, क्या लिया, इसका खेल किसने खेला?
क्या जाना, क्या न जाना, इसकी सोच किसने सोची?
क्या प्रेम किया, क्या प्रेम दिया, इसका फायदा किसने देखा?
क्या ढूँढा, क्या अपनाया, इसका विश्वास किसने किया?
आखिर क्या किया (२) अपने आपको ही बेवकूफ बनाया?
- डॉ. हीरा