प्रेम करने के लिए कोई सहारा नहीं चाहिए,
तेरी यादों में खोने के लिए कोई बहाना नहीं चाहिए।
आनंद में झुमने के लिए पनहारा नहीं चाहिए,
तेरे नशे में खोने को कोई जाम नहीं चाहिए।
महफिल में सजने के लिए, कोई दीदार नहीं चाहिए,
तेरी यारी में खुद को भुलाने को कोई नजराना नहीं चाहिए।
इंतेहा इस दिल की बेसुरी नहीं चाहिए,
खुले आम तेरी मधहोशी गवाना नहीं चाहते।
- डॉ. हीरा