डरना क्या है, सब कुछ आप कर रहे हैं,
करना क्या है सब कुछ तो आप कर रहे हैं.
सोचना क्या है सब कुछ तो आप कर रहे हैं
बस आनंद ही आनंद न कोई फिकर आप कर रहे हैं
जब यह विश्वास अटल होता है तब शांति जागती हैं
हृदय में एक सुकुन आता है और निश्चितता प्रदान होती हैं
जब यह महसूस होता है तब आनंद छा जाता हैं
दिवानगी का नशा चढ़ता है और आंदोलन सब खत्म होते हैं
फिर क्या सच्चा, क्या झूठा क्या परंपरा, क्या व्यवहार,
हर एक चिज़ आप संभाल रहे हैं बस हम तो सिर्फ खेल रहे हैं
- डॉ. हीरा