Bhajan No. 58 | Date: 15-Jun-19981998-06-15ये इन्तज़ारी की तडप, न जाने मुझे क्यों भा गई?/bhajan/?title=ye-intaari-ki-tadapa-na-jane-muje-kyom-bha-gaiये इन्तज़ारी की तडप, न जाने मुझे क्यों भा गई?

जल रहे थे हम तेरी याद में, ये इन्तज़ारी…

मिलन कब होगा, तड़प में ही मिलन का एहसास हो गया, ये इन्तज़ारी…

मुस्कुराहट इन होठों पे, तेरी याद में आ गई, ये इन्तज़ारी…

मिलन का वादा करके, ये इंतज़ारी भी मीठी हो गई, ये इन्तज़ारी…

सावन के इस मौसम में, ये ज्वाला और भी भड़क उठी, ये इन्तज़ारी…

तु भी तड़प रहा है मेरी याद में, ये विश्वास, ये इन्तज़ारी…

तकदीर के इस तोहफे का शुक्रिया, ये इन्तज़ारी…

तेरी याद में रो रहे थे हम, कि याद ही मूर्ति बन गई, ये इन्तज़ारी…

मेरे भावों से ये तेरा खेल, ये इन्तज़ारी…


ये इन्तज़ारी की तडप, न जाने मुझे क्यों भा गई?


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ये इन्तज़ारी की तडप, न जाने मुझे क्यों भा गई?


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ये इन्तज़ारी की तडप, न जाने मुझे क्यों भा गई?

जल रहे थे हम तेरी याद में, ये इन्तज़ारी…

मिलन कब होगा, तड़प में ही मिलन का एहसास हो गया, ये इन्तज़ारी…

मुस्कुराहट इन होठों पे, तेरी याद में आ गई, ये इन्तज़ारी…

मिलन का वादा करके, ये इंतज़ारी भी मीठी हो गई, ये इन्तज़ारी…

सावन के इस मौसम में, ये ज्वाला और भी भड़क उठी, ये इन्तज़ारी…

तु भी तड़प रहा है मेरी याद में, ये विश्वास, ये इन्तज़ारी…

तकदीर के इस तोहफे का शुक्रिया, ये इन्तज़ारी…

तेरी याद में रो रहे थे हम, कि याद ही मूर्ति बन गई, ये इन्तज़ारी…

मेरे भावों से ये तेरा खेल, ये इन्तज़ारी…



- डॉ. ईरा शाह
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yē intaज़ārī kī taḍapa, na jānē mujhē kyōṁ bhā gaī?

jala rahē thē hama tērī yāda mēṁ, yē intaज़ārī…

milana kaba hōgā, taḍa़pa mēṁ hī milana kā ēhasāsa hō gayā, yē intaज़ārī…

muskurāhaṭa ina hōṭhōṁ pē, tērī yāda mēṁ ā gaī, yē intaज़ārī…

milana kā vādā karakē, yē iṁtaज़ārī bhī mīṭhī hō gaī, yē intaज़ārī…

sāvana kē isa mausama mēṁ, yē jvālā aura bhī bhaड़ka uṭhī, yē intaज़ārī…

tu bhī taड़pa rahā hai mērī yāda mēṁ, yē viśvāsa, yē intaज़ārī…

takadīra kē isa tōhaphē kā śukriyā, yē intaज़ārī…

tērī yāda mēṁ rō rahē thē hama, ki yāda hī mūrti bana gaī, yē intaज़ārī…

mērē bhāvōṁ sē yē tērā khēla, yē intaज़ārī…

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