गीत मेरा सुनकर, क्यों रो पड़े तुम?
दिल का हाल बताया, क्यों रो पड़े तुम?
देख नहीं सकते हम तेरे आँसू, कि ये लब अब खामोश हो गए।
रुला के तुझे, ये गीत नहीं गा सकते अब हम।
बता रहे थे, हम तुम्हें अपने दिल की बात, न तुझे दुख देना चाहते थे हम।
तेरे अश्रु पे हम भी रो पड़े यहाँ, कि ये प्यार चीज़ ही है ऐसी,
कि हँसते हँसते रोना सिखा दे और रोते रोते हँसना सिखा दे।
न जानते थे हम, कि इस में भी डूब जायेंगे हम,
पर इस दिल ने सुनी तेरी पुकार और कूद पड़े हम।
तैरकर भी डूब रहे थे हम कि ये प्यार चीज़ ही है ऐसी।
कि गीत मेरा सुनकर क्यों रो पड़े तुम?
कि दिल का हाल बताया, क्यों रो पड़े तुम?
- डॉ. हीरा