तेरे प्यार में सब कुछ भूल गए हम, कि वादा जो किया था वो भी भूल गए हम।
डर गए हम ज़माने से, प्यार का बंधन तोड़ दिया हमने, कि वादा…
छोड़ दिया जग में अकेला तुम्हें, साथ राही का टूट गया, कि वादा…
जन्म जन्मांतर का प्यार ठुकरा गए हम, कि वादा…
तोड़ दिया ये अनमोल दिल हमने, कि प्यार में ठोकर ही लगी, कि वादा…
सालों बीते, जन्म और मौत का सिलसिला चलता रहा पर भूल न सके तुम्हें हम, पर वादा…
परदे जब हटे, अंधकार जब मिटा, तो तू ही था सामने, और रो पड़े हम कि वादा…
रूप था अलग, पर प्यार था वही, रुह भी वही थी, कभी नहीं भूले हम, पर वादा…
बहुत गम दिया है तुम्हें, हमारी तड़प में जलाया है तुम्हें, पर
वादा…
अब न अलग होने देंगे हम, ये है आरज़ू हमारी और निश्चय किया है हमने कि वादा अब न भूल जायेंगे हम।
- डॉ. हीरा