प्यार का नाम ही है जिंदगी, यह ही जीने की निशानी,
रास्ते में है काँटे अनेक ओ राही, पर प्यार की कर तू तैयारी।
अनमोल मोती है ये तेरी निशानी, न तोड़ तू दिल, किए जा महरबानी,
आना है तुझे जग में ओ राही, जीतना है तुझे जीवन में जिंदगानी।
चाहतो को अपनी कर दे रवाना, कि ठोकर अब न तुझे है खानी,
फासले ये तोड़ तू अपनी ओ राही, पहुँच अपने मंजिल की ओर ओ दिवाने।
कि पाना तुझे है प्रभु की महरबानी, आजा अब तू भी कर ले तैयारी,
झूमेंगे संग संग दो मस्ताने, शरारत फिर छेडेंगे संग प्रभु के, होगी महरबानी।
दिल के तार अब जोड़ ओ मेरे प्यारे, जिंदगी को जीत ले संग, दे कोई निशानी,
प्यार का नाम ही है जिंदगानी, यही है जीने की निशानी।
- डॉ. हीरा