प्रभु तेरा खेल बड़ा ही निराला है, कि एक कदम हम चले,
और सौ कदम तुम चले।
तेरे मधुर गीतों के स्वरों में खोकर, एक कदम…
तेरी प्यारी सी दुनिया में आके, एक कदम…
इन प्रेम भरे भावों में डूबकर, एक कदम…
तेरी इन मीठी शरारतों पे हँसकर, एक कदम…
तेरी इन हसीन बातों में झूमकर, एक कदम…
हमें तुम्हारा दोस्त बनाकर, ऊँगली पकड़कर, एक कदम…
इन ख़ुशी की लहरों में तैरकर, एक कदम…
मेरा सपना, तेरी हकीकत, इसका मिलन देखकर, एक कदम…
तू ही हकीकत, तू ही सब कुछ, ये जानकर, एक कदम…
- डॉ. हीरा