मनुष्य देह मिलता है मुश्किल से, जीवन गँवाते है आसानी से,
ये सोच मिलती है मुश्किल से, शंकाओं में खो जायें।
प्रभु की पहचान मिलती है मुश्किल से, प्रभु का एहसास भूल जायें।
भरोसा अपने से उठ जाये, इल्जाम प्रभु पे लग जाये,
मौका छूट जाये सवालों में, गुनाह करते जायें।
आसान रास्ता खो जाये, खामोशी में प्रभु बैठ जायें
करें भी तो क्या करें, अपने कर्मो में हम खो जायें।
- डॉ. हीरा