जिंदगी के इस खेल में न हम हँसना भूल जाएँ,
कि गम के अँधेरों में न हम मुस्कुराना भूल जाएँ।
तेरे इस जीवन जीने में न हम अपनी मंजिल भूल जाएँ,
हर वक्त बस तुझे ही याद करना न हम भूल जाएँ।
भले ये दूरी रहे, पर तुझे महसूस करना ना हम भूल जाएँ,
हर पल, हम तुझमें और भी घुल जाएँ।
न जिंदगी की ठोकर से हम घबरा जाएँ,
हर वक्त हम बहादुर होके आगे निकलते जाएँ।
न इस माया के जंजाल में हम प्यार करना भूल जाएँ,
तुझे प्यार और प्रेम ही हम बस करते जाएँ।
- डॉ. हीरा