खुशी के गीत गाए जा, अपनी मस्ती में मस्त तू जीए जा,
कि प्यार की बहार में तू जीए जा, मस्ती में तू झूमे जा।
चिंता सभी प्रभु पे छोड़े जा, बस तू संग उसके जिए जा,
अपना कार्य तू समपूर्ण करते जा, प्रभु का नाम जीवन में लेते जा।
छोड़ फल की अपेक्षा का सपना, के मस्त तू जीवन जीए जा,
ना कुछ दिल में अभाव जगा, कि प्यार में तू डूबे जा।
ना प्यार में कोई गिनती ला, के ये राह पे तु सिर्फ निकल जा,
सारी आशाऐँ प्रभु को दिए जा, परेशानी सब तू छ़ेडे जा।
चैन की नींद तू लिए जा, के प्रभु का तु नाम लिए जा,
कार्य अपना किए जा, और प्रभु को अर्पण किए जा।
इस जीवन में आगे बढ़ता जा, जीवन से तू बस जीए जा।
- डॉ. हीरा