जब तेरी याद आती है, तो दिल को तड़पाती है,
जब तू सामने होता है, तो तुझमें खो जाते हैं।
जब श्वासों में प्राण चलता है, तब तेरा ही नाम गूँजता है,
जब तू ध्यान में रहता है, तब ही आराम होता है।
नशा ये कैसा है, कि तेरे ही गीत याद आते हैं,
जीवन ये केसा है, कि हरपल तेरा ही प्यार पाता है।
न कोई तमन्ना रहती है, न कोई आरजू रहती है,
बस तेरा साथ और एहसास और एक मीठी प्यास रहती है।
- डॉ. हीरा