दिवानी कहेता है ये जग सारा मुझे,
कि पगली भी नाम देते हैं सब मुझे।
माना कि दिवाने हम हैं, दिवाने हैं तेरे,
फिर पगली कहे कोई हमें, तेरे प्यार में मंजूर है हमें।
मुहब्बत के इस सितम में अब डूब गए हैं हम,
सब को भूल, तुझमें घुल गए हैं हम।
यार मेरे तेरी प्यारी मुस्कुराहत पे फिदा हो गए हम,
झूमे ये जहान, नाचे मन मोरा, तेरे प्यार में हम।
गाये जग सारा, अब बोल तू हमें कुछ तो सनम,
झूमे ये समां, होश हम खोते हैं तुझमें सनम।
- डॉ. हीरा