Bhajan No. 5294 | Date: 13-Mar-20152015-03-13मंजिल की ना हमें पता है, बस चलते जाना है/bhajan/?title=manjila-ki-na-hamem-pata-hai-basa-chalate-jana-haiमंजिल की ना हमें पता है, बस चलते जाना है,

जीवन में क्या चाहते हैं, ये हमें ना पता है, बस करते जाना है।

आते हैं, जाते हैं, बिना कुछ पाए, जीवन को यूँही लुटाते हैं,

उसकी खुशामत करते हैं, पर फिर अपने में खो जाते हैं।

लाचार अपनी आदतों से बनते हैं, लाचारी में सबको कोसते है,

गुनाह पे गुनाह करते जाते हैं, और फिर माफी की सजा चाहते हैं।

खुदा भी वहाँ खामोश हो जाता है, अपने बंदो की हालात पे रोता है,

न किसी को बदलना है, न किसी को आगे जाना है, बस घुमते ही रहना है।

फिर भी खुदा की रहमत में न कोई कमी है, खुदा की बंदगी वही खुशी है,

पीले जो जाम एकबार खुदा का, फिर ना कुछ बाकी रहता है।


मंजिल की ना हमें पता है, बस चलते जाना है


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मंजिल की ना हमें पता है, बस चलते जाना है


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मंजिल की ना हमें पता है, बस चलते जाना है,

जीवन में क्या चाहते हैं, ये हमें ना पता है, बस करते जाना है।

आते हैं, जाते हैं, बिना कुछ पाए, जीवन को यूँही लुटाते हैं,

उसकी खुशामत करते हैं, पर फिर अपने में खो जाते हैं।

लाचार अपनी आदतों से बनते हैं, लाचारी में सबको कोसते है,

गुनाह पे गुनाह करते जाते हैं, और फिर माफी की सजा चाहते हैं।

खुदा भी वहाँ खामोश हो जाता है, अपने बंदो की हालात पे रोता है,

न किसी को बदलना है, न किसी को आगे जाना है, बस घुमते ही रहना है।

फिर भी खुदा की रहमत में न कोई कमी है, खुदा की बंदगी वही खुशी है,

पीले जो जाम एकबार खुदा का, फिर ना कुछ बाकी रहता है।



- डॉ. हीरा
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maṁjila kī nā hamēṁ patā hai, basa calatē jānā hai,

jīvana mēṁ kyā cāhatē haiṁ, yē hamēṁ nā patā hai, basa karatē jānā hai।

ātē haiṁ, jātē haiṁ, binā kucha pāē, jīvana kō yūm̐hī luṭātē haiṁ,

usakī khuśāmata karatē haiṁ, para phira apanē mēṁ khō jātē haiṁ।

lācāra apanī ādatōṁ sē banatē haiṁ, lācārī mēṁ sabakō kōsatē hai,

gunāha pē gunāha karatē jātē haiṁ, aura phira māphī kī sajā cāhatē haiṁ।

khudā bhī vahām̐ khāmōśa hō jātā hai, apanē baṁdō kī hālāta pē rōtā hai,

na kisī kō badalanā hai, na kisī kō āgē jānā hai, basa ghumatē hī rahanā hai।

phira bhī khudā kī rahamata mēṁ na kōī kamī hai, khudā kī baṁdagī vahī khuśī hai,

pīlē jō jāma ēkabāra khudā kā, phira nā kucha bākī rahatā hai।

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