Bhajan No. 21 | Date: 31-May-19981998-05-31न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?/bhajan/?title=na-hama-koi-gaira-the-na-hama-koi-ajanabi-phira-naragi-ye-kaisi-hamaseन हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?

हम तो हैं बस तेरे पास ही, तो ये अलगता है कैसी हमसे?

तड़पा के हमको, पूछते हो क्यों, कि ये दूरी है कैसी हमसे?

हमें अपना बनाकर, करते हो फिर क्यों जुदा हमें तुमसे?

जब खो रहे थे हम तुझमें सदा, सब की याद दिला दी, फिर

रूठे हो क्यों तुम हमसे?

हँसना सिखाकर, रुला दिया हमें तेरी याद में, ऐसा खेल खेला क्यों हमसे?

होठों पर है तेरा नाम, दिल में है तेरी ख्वाहिश, फिर खामोश क्यों हो हमसे?

न जाग सके हम, न सो सके हम, ऐसे बेहाल क्यों बनाया हमें?

आए हम तेरे द्वार तेरा दर्शन करने, फिर आँखे बंद किये बैठे हो क्यों हमसे?

अब तेरे बिन जीना है मुश्किल, ये एहसास जगाके, पत्थर बने हुए हो क्यों हमसे?


न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?


Home » Bhajans » न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?
  1. Home
  2. Bhajans
  3. न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?

न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?


View Original
Increase Font Decrease Font


न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?

हम तो हैं बस तेरे पास ही, तो ये अलगता है कैसी हमसे?

तड़पा के हमको, पूछते हो क्यों, कि ये दूरी है कैसी हमसे?

हमें अपना बनाकर, करते हो फिर क्यों जुदा हमें तुमसे?

जब खो रहे थे हम तुझमें सदा, सब की याद दिला दी, फिर

रूठे हो क्यों तुम हमसे?

हँसना सिखाकर, रुला दिया हमें तेरी याद में, ऐसा खेल खेला क्यों हमसे?

होठों पर है तेरा नाम, दिल में है तेरी ख्वाहिश, फिर खामोश क्यों हो हमसे?

न जाग सके हम, न सो सके हम, ऐसे बेहाल क्यों बनाया हमें?

आए हम तेरे द्वार तेरा दर्शन करने, फिर आँखे बंद किये बैठे हो क्यों हमसे?

अब तेरे बिन जीना है मुश्किल, ये एहसास जगाके, पत्थर बने हुए हो क्यों हमसे?



- डॉ. ईरा शाह
Lyrics in English Increase Font Decrease Font


na hama kōī gaira thē, na hama kōī ajanabī, phira nārāज़gī yē kaisī hamasē?

hama tō haiṁ basa tērē pāsa hī, tō yē alagatā hai kaisī hamasē?

taड़pā kē hamakō, pūchatē hō kyōṁ, ki yē dūrī hai kaisī hamasē?

hamēṁ apanā banākara, karatē hō phira kyōṁ judā hamēṁ tumasē?

jaba khō rahē thē hama tujhamēṁ sadā, saba kī yāda dilā dī, phira

rūṭhē hō kyōṁ tuma hamasē?

ham̐sanā sikhākara, rulā diyā hamēṁ tērī yāda mēṁ, aisā khēla khēlā kyōṁ hamasē?

hōṭhōṁ para hai tērā nāma, dila mēṁ hai tērī khvāhiśa, phira khāmōśa kyōṁ hō hamasē?

na jāga sakē hama, na sō sakē hama, aisē bēhāla kyōṁ banāyā hamēṁ?

āē hama tērē dvāra tērā darśana karanē, phira ām̐khē baṁda kiyē baiṭhē hō kyōṁ hamasē?

aba tērē bina jīnā hai muśkila, yē ēhasāsa jagākē, patthara banē huē hō kyōṁ hamasē?

Previous
Previous Bhajan
खेल खेल में, खेल खेल में, कितना सिखा दिया तूने।
Next

Next Bhajan
तेरी याद में सब कुछ भूल गए हम, क्या ये मेरा गुनाह है?
 
Previous
Previous Hindi Bhajan
खेल खेल में, खेल खेल में, कितना सिखा दिया तूने।
Next

Next Hindi Bhajan
तेरी याद में सब कुछ भूल गए हम, क्या ये मेरा गुनाह है?
न हम कोई गैर थे, न हम कोई अजनबी, फिर नाराज़गी ये कैसी हमसे?
First...1112...Last

Contact by Postal Address

Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi

A5, Jay Chambers,

Nanda Patkar Road Extension,

Vile Parle (E), Mumbai-400057.

+91 - 22 - 26171392

+91 - 9004545529

info@myinnerkarma.org

Also Available In

Follow US

kakabhajans.org

mydivinelove.org